Sukanya samriddhi yojana- सुकन्या समृद्धि योजना एक सराहनीय योजना है जिसे भारत सरकार द्वारा कन्याओं के लिए शुरू किया गया है। यह सरकारी योजना बेटियों के लिए शुरू की गई थी जिसके अंतर्गत कन्याओं के लिए बचतखाता खोला जाता हैजो उनकी जिंदगी के अलग-अलग चरणों में काम आता है जैसे शिक्षा और विवाह। इस योजना को बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पहल के अंतर्गत शुरू किया गया था जिसमें अभिभावकों को प्रोत्साहित किया जाता है कि वह अपनी बेटी के शिक्षा और विवाह के लिए व्यवस्थित रूप से बचत करें।
Table of Contents
Sukanya Samriddhi Yojana (SSY) | सुकन्या समृद्धि योजना
विवरण | जानकारी |
योजना | सुकन्या समृद्धि योजना |
राज्य | PAN India |
लाभार्थी | कन्याएं |
विभाग | महिला एवं बाल विकास मंत्रालय |
उद्देश्य | कन्याओं को आर्थिक रूप से सक्षम बनाना |
वेबसाइट | https://www.nsiindia.gov.in/ |
हेल्पलाइन | वित्त मंत्रालय: 1800-267-6666डाक विभाग: 1800-11-2011 |
सुकन्या समृद्धि योजना विशेषताएं
सुकन्या समृद्धि योजना के कुछ विशेषताएं हैं जैसे-
Sukanya samriddhi yojana Eligibility | सुकन्या समृद्धि योजना पात्रता
सुकन्या समृद्धि योजना की पात्रता है-
- इसके अंतर्गत 10 साल से कम उम्र कन्या के लिए ही खाता खोला जा सकता है।
- एक परिवार में अधिकतम सिर्फ दो खाते खोल सकते हैं। (एक कन्या के लिए खाता)
- कुछ विशेष मामलों में जैसे अगर पहली कन्या के बाद दो जुड़वा बहने पैदा होती है, और घर में तीन कन्याएं हो जाती हैं, तो उन तीनों को इस योजना का लाभ मिलता है।
Also Read: PM kaushal vikas yojana : ₹8000/- रुपए का स्टाइपेंड मिलेगा प्रति माह
सुकन्या समृद्धि योजना कार्यकाल | Duration
इस योजना के अंतर्गत जो खाता खोला जाता है उसका कार्यकाल 21 वर्ष की उम्र या कन्या के विवाह तक होता है। इस खाते में 15 साल तक अनिवार्य योगदान करना पड़ता है, फिर इसके ऊपर ब्याज लगना शुरू हो जाता है। 21 वर्ष की उम्र या कन्या का विवाह जो पहले आता है उसपर खाता खुल सकता है।
ब्याज दर | Sukanya Samriddhi Yojana Interest Rate
इस योजना में आकर्षक ब्याज दर दिया जाता है जिसकी हर 4 महीने में समीक्षा की जाती है। जनवरी 2025के हिसाब से यह ब्याज दर 8% प्रतिवर्ष चल रहा है जो आगे बदल भी सकता है। यह ब्याज दर सालाना चक्र वृद्धि होता है जिससे लंबे समय में बहुत फायदा मिलता है।
Also Read: मुख्यमंत्री जन कल्याण sambal yojana : सरकर देगी 2,00,000 – 4,00,000 रुपए
Investment Limit | निवेश सीमा सुकन्या समृद्धि योजना
इस योजनाके दौरान खाते मेंन्यूनतमहर साल ₹250 जमा किए जा सकते हैं और अधिकतम ₹1.5 लाख हर साल जमा किया जा सकते हैं।
सुकन्या समृद्धि योजना कर के लाभ | Tax Benefits
इस योजना के दौरान योगदान Income Tax Act की धारा 80C के तहत कटौती के लिए पात्र हैं परंतु ब्याज और रिटर्न् दोनों कर से मुक्त हैं।
Also Read: E Shram Card : सरकार देगी अब 3000 रुपए की पेंशन के साथ और भी लाभ
Sukanya Samriddhi Yojana Withdrawal | निकासी
एक बार कन्या 18 वर्ष की हो जाती है तो उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए वह खाते की शेष राशि से 50% तक निकाल सकती है। परंतु खाता की पूरी राशि तभी निकलती है जब वह 21 वर्ष की हो जाती है या उसकी शादी हो जाती है।
How to Open an SSY Account? सुकन्या समृद्धि योजना खाता कैसे खोलें?
सुकन्या समृद्धि योजना का बैंक खाता चयनित डाकघर या बैंकों में कुछ दस्तावेज़ जमा करके खोला जा सकता है-
- कन्या का जन्म प्रमाण पत्र
- पहचान प्रमाण पत्र और माता-पिता का निवास प्रमाण पत्र
- न्यूनतम ₹250 की जमा राशि
Also Read: PM surya ghar bijli yojana : 300 यूनिट बिजली बिलकुल मुफ्त
Benefits of Sukanya Samriddhi Yojana | सुकन्या समृद्धि योजना के लाभ
सुकन्या समृद्धि योजना के कई लाभ हैं जैसे-
- ज़्यादा रिटर्न– ब्याज दर की मदद से यह सुनिश्चित हो जाता है की धनराशि में वृद्धि हो और कन्याओं को लाभ मिल सके।
- सुरक्षित योजना– यह योजना भारत सरकार द्वारा शुरू की गई है जिसका मतलब इसके रिटर्न में गारंटी होती है और जो भी व्यक्ति इस योजनाके अंतर्गत बैंक खाते में निवेश करेगा उसका पैसा नहीं डूबेगा।
- सामाजिक समानता– योजना के दौरान कन्याओं को जो लाभ मिलेगा उससे वह रोजगार के नए अवसर को खोज सकेंगी और उच्च शिक्षा को प्राप्त कर सकेंगी जिससे देश का विकास होगा और वह समाज में अपना योगदान दे सकेंगे। इससे लैंगिक असमानताएं कम होंगी और लड़कियां नए क्षेत्रों में बढ़-चढ़कर काम करेंगी।
- आत्मनिर्भरता– बेटियों को इस योजना से जो लाभ प्रदान होता है उसे वह आत्मनिर्भर बनती हैं। उन्हें किसी दूसरे व्यक्ति पर निर्भर रहने की जरूरत नहीं पड़ेगी और वह सारी चीजों के लिए खुद काम कर सकेंगी।
- कर– योजना के दौरान निवेश, ब्याज और रिटर्न तीनों पर टैक्स से छूट मिलती है जो इसे माता-पिता के लिए अत्यधिक आकर्षक बनाती है।
उदाहरण: यह कैसे काम करता है?
सोचिए अगर एक माता-पिता 15 साल तक खाते में ₹1 लाख प्रति वर्ष जमा करते हैं और उसका ब्याज दर 8% है तो 21 साल के अंत तक धनराशि लगभग ₹40 लाख तक बढ़ जाएगी जिससे कन्या के विवाह के समय या उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए एक मजबूत आर्थिक सहारा मिलेगा और वित्तीय स्थिरता भी आएगी।
Also Read: Harischandra Sahayata Yojana | अंतिम संस्कार समारोह के लिए ₹3000 वित्तीय सहायता
Conclusion | निष्कर्ष
सुकन्या समृद्धि योजना भारत सरकार की तरफ से प्रदान की गई कन्याओं के लिए एक महत्वपूर्ण और सराहनीय योजना है जिसके अंतर्गत 15 सालों तक पैसे जमा करके और फिर उस पर ब्याज दर की मदद से और कर ना लगने की वजह से एक बड़ी धनराशि इकट्ठी की जा सकती है।
इन पैसों से कन्या का भविष्य मजबूत हो सकता है जिससे वह आत्मनिर्भर और सशक्त बनेगी और समाज में समानता भी बढ़ेगी। इससे वह रोजगार के नए अवसर को खोज सकेगी और उसे अपनी जरूरत के लिए किसी दूसरे व्यक्ति पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा।